श्रावण मास के अंतिम सोमवार को काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ का होगा भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार

Sawan Somwar 2025 , Shri Kashi Vishwanath Mandir , Sawan Somwar 2025 Shri Kashi Vishwanath , last Monday of Sawan , sawan ka akhiri somwar 2025 , सावन का अंतिम सोमवार , सावन का अंतिम सोमवार 2025 , बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार , Kashi Vishwanath rudraksha shringar , Sawan Monday

वाराणसी। श्रावण मास के चतुर्थ और अंतिम सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार होगा। महादेव के भक्त बाबा के इस अलौकिक स्वरूप का दिव्य दर्शन कर सकेंगे। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन माह के हर सोमवार को देवाधिदेव महादेव के अलग-अलग स्वरूप का विशेष श्रृंगार किया जाता है। आज श्रावण माह का चौथा सोमवार है। बाबा हर सोमवार को अपने अलग-अलग स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। योगी सरकार श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की सुविधा और सुगम दर्शन का पूरा ध्यान रख रही है। वहीं योगी सरकार ने गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण घाटों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने श्रावण मास में भक्तों और कावड़ियों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किया है।

श्रावण औघड़दानी का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। श्रावण मास के सोमवार को बाबा के दर्शन का विशेष फल व पुण्य मिलता है। बीते तीनों सोमवार को देवाधिदेव महादेव बाबा विश्वनाथ के विभिन्न स्वरूप का दर्शन पाकर भक्तों को दिव्य अनुभूति हुई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि शिव भक्त सावन के चौथे सोमवार को बाबा का विशेष स्वरूप में दर्शन पाएंगे। चौथे सोमवार को देवाधिदेव महादेव का सायंकालीन रुद्राक्ष श्रृंगार आरती किया जाएगा। महादेव में अटूट आस्था की कतार रात से ही सड़कों पर दिखने लगी।

श्रावण मास में हर सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष श्रृंगार और पूजन की परंपरा रही है, जो भक्तों के लिए अत्यंत पुण्य फलदायी और दुर्लभ अवसर होता है। श्रावण मास में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पिछले तीन सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अलग-अलग स्वरूप में श्रृंगार हो चुका है। पहले सोमवार को चल प्रतिमा स्वरूप, दूसरे सोमवार को गौरी शंकर (शंकर पार्वती ) स्वरूप, तीसरे सोमवार को अर्धनारीश्वर स्वरूप का श्रृंगार हो चुका है। श्रावण के पूर्णिमा 9 अगस्त को बाबा का पूर्णिमा वार्षिक झूला श्रृंगार होगा।

सड़क से लगायत बाबा दरबार तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के जबरदस्त इंतज़ाम है। कांवड़ मार्ग पर पेट्रोलिंग हो रही है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अस्थाई पुलिस चौकी बनाई गई है। महिला कांवड़ियों की सुरक्षा और सुगम यात्रा के लिए महिला पुलिस तैनात है। सुरक्षा के मद्देनज़र ड्रोन से निगरानी की जा रही है। महादेव के आंगन में भक्तों के लिए चिकित्सा, खोया पाया केंद्र, गुड़,पानी,ओआरएस की सुविधा एवं व्यवस्था है। मैदागिन और गोदौलिया से मंदिर तक नो व्हीकल जोन है। यहाँ से वृद्धों और दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क गोल्फ कार्ट की सुविधा है । कांवड़ मार्ग पर सुचारू रूप से शिविरों का संचालन हो रहा है।

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को भेंट किया जीआई क्राफ्ट निर्मित अद्भुत शिवलिंग, नंदी और त्रिशूल

Related posts